नेशनल फॉरेंसिक साइंस वीक के उपलक्ष्य में देवभूमि उत्तराखंड विश्वविद्यालय के फॉरेंसिक साइंस विभाग द्वारा वार्षिक प्रमुख कार्यक्रम “एविडेंशिया 3.0” का सफल आयोजन किया गया, जिसने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी विशिष्ट पहचान बनाई।
एविडेंशिया का आरंभ वर्ष 2023 में विश्वविद्यालय स्तर से हुआ था। जहाँ एविडेंशिया 1.0 केवल विश्वविद्यालय तक सीमित रहा, वहीं एविडेंशिया 2.0 में 70 प्रतिभागियों ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी भागीदारी दर्ज कराई। इस वर्ष एविडेंशिया 3.0 में प्रतिभागियों की संख्या बढ़कर 170 तक पहुँच गई, जो इसके बढ़ते प्रभाव और अकादमिक महत्व को दर्शाती है।
कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि डॉ. एन. सी. पंत (सेवानिवृत्त संयुक्त निदेशक, एफएसएल उत्तराखंड) द्वारा किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के उपाध्यक्ष श्री अमन बंसल, कुलपति प्रो. डॉ. अजय कुमार, उपकुलपति प्रो. डॉ. ऋतिका मेहरा एवं प्रो. डॉ. संदीप शर्मा भी उपस्थित रहे।
विशिष्ट अतिथियों में श्री अभिषेक वशिष्ठ और प्रो. डॉ. ए. के. जायसवाल ने अतिथि व्याख्यान प्रस्तुत किए, जिनमें उभरते हुए फॉरेंसिक क्षेत्रों पर गहन विचार साझा किए गए।
कार्यक्रम की विशेष आकर्षण रही “हैंड्स-ऑन वर्कशॉप्स – फॉरेंसिक फेशियल रिकंस्ट्रक्शन” (डॉ. अमन चौधरी और डॉ. अर्जुन कुंडु द्वारा संचालित) एवं “मोबाइल फॉरेंसिक्स” (श्री आशीष कुंतल द्वारा संचालित), जिनमें प्रतिभागियों को आधुनिक फॉरेंसिक तकनीकों का व्यावहारिक अनुभव मिला।
एविडेंशिया की नींव 2023 में सुश्री अपूर्वा नारद प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर ने रखी थी। उन्होंने लगातार तीसरे वर्ष इस आयोजन को सफलतापूर्वक संपन्न कराते हुए इसे राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई। इस सफलता में विभागीय शिक्षकों के मार्गदर्शन और परिश्रम का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा।
कार्यक्रम में शैक्षणिक गतिविधियों के साथ-साथ रोचक प्रतियोगिताएँ भी आयोजित की गईं, जिनमें “डिटेक्टिव ऑफ द ईयर” विशेष आकर्षण रहा। इसमें प्रतिभागियों ने अपनी जाँच-पड़ताल और फॉरेंसिक क्षमता का प्रदर्शन किया। साथ ही, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने आयोजन को और भी जीवंत बना दिया।