वर्तमान डिजिटल युग में लगातार उभरती प्रौद्योगिकी से रूबरू कराने और भावी पीढ़ी को तकनीकी चुनौतियों से लड़ने में सक्षम बनाने के उद्देश्य से देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड कंप्यूटिंग की ओर से दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ हुआ। संगोष्ठी में शिक्षा और औद्योगिक क्षेत्रों से जुड़े देश-विदेश के विशेषज्ञ हिस्सा ले रहे हैं। मुख्य अतिथि भाजपा महानगर अध्यक्ष सिद्धार्थ उमेश अग्रवाल ने छात्रों से उभरती प्रौद्योगिकियों से रूबरू रहने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि उभरती प्रौद्योगिकियों ने न केवल व्यवसायों को नए ढंग से परिभाषित किया है बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और परिवहन जैसे क्षेत्रों में कान्ति ला दी है। इसलिए छात्रों को अपने-अपने क्षेत्रों में धाक जमाने के लिए उभरती हुई आधुनिक प्रौद्योगिकियों को अपनाना होगा। आईआरडीई, डीआरडीओ दून के निदेशक व वैज्ञानिक डा. सुधीर खरे ने कहा कि उच्च गुणवत्तापरक चित्र, वास्तविक समय में वस्तु पहचान, पर्यावरण निगरानी, अंतरिक्ष अन्वेषण आदि क्षेत्रों में आधुनिक इंफ्रा रेड इमेजिंग तकनीक कारगर साबित हो रही है। आई आईपी मोहकमपुर में मुख्य वैज्ञानिक डा. सुनील कुमार पाठक ने सतत विकास में प्रयोग में लाई जा रहीं नवीन प्रौद्योगिकियों पर चर्चा की। वरिष्ठ पत्रकार रमा सोलंकी ने फर्जी खबरों पर लगाम लगाने के लिए इस्तेमाल हो रही आधुनिक तकनीकी पर विस्तार से चर्चा की। इंडोनेशिया विवि में प्रोफेसर डा. एच बेनरहमान ने औद्योगिक क्षेत्रों में एआई समर्थित परिवर्तन, दक्षता और नवाचार को बढ़ावा देने पर जोर दिया। जबकि, रशियन एकेडमी ऑफ साइंसेज के डा. ग्लेब रोगोजिस्को ने उच्च तापमान सोलर भट्टियों में उन्नत प्रक्रिया निगरानी के लिए ब्वनीकरण के इस्तेमाल पर चर्चा की। इस मौके पर विवि उपाध्यक्ष श्री अमन बंसल, कुलपति प्रो. डा. प्रीति कोठियाल, उपकुलपति डा. आरके त्रिपाठी, डीन स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड कंप्यूटिंग डा. रितिका मेहरा, भाजपा जिला मंत्री संकेत नौटियाल, कार्यक्रम समन्वयक राकेश आर्य, गोविन्द सिंह पंवार सहित शिक्षक एवं छात्र मौजूद थे।