देवभूमि उत्तराखंड विश्वविद्यालय में आयोजित हुई भव्य कलश यात्रा
कहते हैं – जननी जन्म भूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी. और इस मिट्टी पर बलिदान हुए वीरों की गिनती असंख्य है. ‘माटी को नमन और वीरों को वंदन’ करती अमृत कलश यात्रा जहां से भी गुज़री हर कोई ‘मेरी माटी मेरा देश’ से भरे जज्बातों में डूबा नज़र आया। मौक़ा था देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में आयोजित भव्य अमृत कलश यात्रा और अमृत वाटिका स्थापना कार्यक्रम का , जिसमें छात्रों, शिक्षकों और विश्वविद्यालय कर्मियों ने ‘पंच प्रण’ लेकर देश के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी का एहसास कराया। शुक्रवार को देवभूमि उत्तराखंड विश्वविद्यालय में हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के एनएसएस प्रकोष्ठ के दिशा निर्देश पर अमृत कलश यात्रा का आयोजन किया गया। इस दौरान छात्रों से लेकर शिक्षक और अन्य कर्मियों द्वारा अपने घरों से लायी गयी मुट्ठी भर मिट्टी और चावलों को अमृत कलश में डाला ।
इस दौरान विश्वविद्यालय कुलपति प्रोफ़ेसर डॉ प्रीति कोठियाल ने कहा कि इस तरह के आयोजन सभी देशवासियों को धरती से जोड़े रखने और माटी के क़र्ज़ को सदैव याद दिलाने को प्रेरित करते हैं। विश्वविद्यालय का सौभाग्य है कि हम अमृत कलश वाटिका का हिस्सा बने। इस दौरान डीन छात्र कल्याण दिग्विजय सिंह, कार्यक्रम अधिकारी भूपेंद्र कुमार, गुंजन भटनागर सहित विभिन्न व्यक्ति, शिक्षक व छात्र मौजूद रहे।